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Khamoshi, Akelapan Aur Tention kaise dur kare | Motivational Story| Best Quotes | Khud Ko Pehchano

Khamoshi, Akelapan Aur Tention kaise dur kare | Motivational Story in Hindi| Best Quotes | Khud Ko Pehchano

Khamoshi motivational quotes

खामोशी किसे कहतें है ?

◆ क्या होतीं हैं खामोशी ?

◆ ख़ामोशी से कैसे सामना करेंगें ?

◆ अकेलापन, ख़ामोशी और दबाव को कैसे दूर करें ?


नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप ? 

आज मैं आपको एक ऐसीं कहानी या फिर उसे आप एक अनुभव भी कह सकते हो। आपके मन मे ऐंसे बहुत सारे सवाल होंगें जिसका जवाब मिलना मुश्किल ही नहीं इससे छुटकारा पाना भी आसान नही है। ऐसें में आप को कुछ समझता भी नहीं, करें तो क्या करें और कैसे करें। क्यों जिंदगी में खामोशी, अकेलापन, टेंशन, दिल न लगना और ऐसा लगना कि मानो जिंदगी से सारी खुशियां और उल्हास कही ग़ायब हुआ हो। ये तब होता हैं जब कुछ ग़लत या फिर हादसा। जो सारी जीवन मे अंधेरा ले आता है। पूरी जिंदगी सूनसान और ख़ामोश हो जाती है। 


कैसे होता है ये सब, कब होता हैं और क्यों होता है ? सब कुछ बताता हूं बस एक बात ध्यान रखना की कभी मायुस और उदास मत होना और जल्दबाज़ी मत करना। क्योंकि इससे अपने आप को तकलीफ़ होती है। ना जानें कोई कोई तो अपनी जिंदगी ख़तम कर देता हैं। क्यों करतें है लोग़ ऐसा ? क्या मिलता है इस से ? कुछ नही सिवाय दुःख के दूसरा कुछ नही हो सकता है। तो ऐंसा कभी मत करो बस मेरा ये ब्लॉग पढ़ते रहो जिंदगी बदल जाएंगी तभी मुझे याद करो। तो चलो जरा गहराई में जाते है और समझते है कि कैसे खुदको इन चीज़ों से दूर कर सकतें है।


कई तरह के कारण है जैसे किसीको अपने धंदे में लॉस हुआ, किसीको अपने ही लोगों ने फसा दिया, कोई अपने ने छोड़ दिया या फिर ऐसे कई उदाहरण हैं, मैं यहाँ पे ज्यादा नही लिखूंगा आप बोअर हो जाएंगे। ये सब चीजें खास करके इंसान को कही का नहीं छोड़तीं। ऐसे में खुद को नुकसान से ज्यादा अपने वसूलों और इज़त की पड़ी रहतीं है। क्योंकि जो इज्जत अपने कमाई वाली रहतीं हैं। इतना आसान नही अपनी इज्जत कमाना, बहुत मुश्किल है इसके लिए बहुत सारे पापड़ बेलने पड़ते है। 

इसमें होता क्या है, आदमी को कुछ अच्छा नही लगता ना खाना जाता ना कहीं दिल लगता। बस दिन-रात यही सोचता रहता है कि कैसे हुआ, क्या हुआ, क्यों हुआ, ऐसा नही होना चाहिये था, वैसा होना था वैगेरा वैगेरा...हमेशा अपनी तकदीर को कोसते रहते है कि, मेरी तगदिर ही खराब है, वक्त अच्छा नही चल रहा है न जाने क्या क्या सोचते है। पर मैं यही कहना चाहता हु की आप नशीब को क्यों कोस रहे हो, किया तो अपने है। आपके हात से ही तो हुआ है। शायद आप कही पे ग़लत होंगे या फिर किसी अपने पे विश्वास रखे होंगे। तभी उसने आपको धोखा दिया रहेगा। तो मैं ये समजाना चाहता हु की मत सोचों इतना और मत कोसों नशीब को। नशीब कुछ नही करता, करते हम है।

जो अपने किया मतलब आपके कर्म ही आपका नशीब है। जैसे करोगें वैसा पाओगें। सीधी बात है, आप अच्छा करो अच्छा मिलेगा। बुरा करो तो बुरा ही होगा। आप जो भी करते हो सोच समझकर करते रहो किसी दूसरे पे पहले यकीन करो या फिर उसे अच्छी तरह से जान लो और बादमे चुनो ताकि आगे चलते कुछ समस्याएं ना हो।


जिसके साथ ऐसा हुआ, उसका हाल कुछ इस तरह से होता है। कही पे उसका मन नही लगता, अकेले अकेले रहता है। किसी को बात नही करता, खुदको अकेला समझता है। ज्यादा बात नही करता। कुछ भी दिल मे खयाल लाता है। रूखा सा रहता है, उसको लगता है कि उसका इस दुनिया मे कोई नही है। अक्सर ऐसा होता भी है कुछ हद तक कोई साथ नही देता। अच्छे मा-बाप है या फिर बीवी अच्छी है तो साथ देते है। तो अपना दुःख दुसरों को बाटो और हारना नही बस चलते रहना और मेहनत करते रहना। होता क्या है लोग इसका फायदा बहुत उठाते है, बोलते है कि बात नही करता खुदको ओवर स्मार्ट और गुरुर है ना जाने क्या क्या बोलते है। 


कुछ लोग ऐसे रहते है कि बोलने को तो बहुत मीठा बोलते है, जैसे कि दूसरों को लगे कि कितना अच्छा है और समझदार है। परंतु ऐसे लोगो की कैटेगरी अलग होती है। अपना काम बनता भाड़ में जाये जनता ऐसा होता है। देखो हम नशीब में ययूंही नही इतना आगे बढ़ते है, क्योंकि की जिंदगी हमे बहुत कुछ सिखाती है। कैसे रहना है, क्या करना है ? कौन कैसा होता है। कौन साथ देता है। ये सब चीजें अनुभव से मिलती है, इस से इंसान और मजबूत और अच्छा बन जाता है। एक शिख मिलती है जिंदगी में की आगे कैसे करना है। 


आप अपना काम मेहनत और ईमानदारी से करते रहो वक्त तुम्हारा होगा एक न एक दिन। हर चीज का हल निकलता है बस सबर और शांति जरूरी है। आप गुजरे हुआ वक्त आगे मत लाओ क्योंकि ओ पल आपके लिऐ एक शिख और सबक लेनेवाला रहता है। हर एक के जीवन मे आता है, कोई हारता है तो कोई विजयी होता है, फर्क सिर्फ हारकर जितने में होता है। क्या पाया है और क्या खोया है इसका गणित कर लिए तो आगे का वक्त तुम्हारा है। आप दोबारा पीछे नही आओगे बस आगे ही बढ़ते जाओगे। खुद पे भरोसा रखो और काम करते रहो। कोई कुछ भी बोले, क्यों कि बोलना उनका काम है, भलेही आप अच्छा करो या बुरा जमाना तो बोलता रहता है। अपने आप पे यकीन करो। जो खुद को पसंद हो वही करो, उसमे ही खुद को और मजबूत करो। हर वक्त कुछ न कुछ अच्छे पल लाता है। उन पलों को जी लो और सुनसान और अंधेरी जिंदगी को उजालो से भर दो। 

कोई भी किसी का नही होता है, बस माल है तो ताल है, वरना सब बेहाल है। किसीको अपने जिंदगी में ज्यादा भाव मत दो भाव दो तो सिर्फ अपने गुणों को, कला को जो आपको एक दिन सफलता तक पहुँचाकर ही छोड़ती है। खुद को समजलो, पहचानो और आगे बढ़ो आप कभी पीछे नही आओगे। खुशियां आपके कदम छू लेगी और आप गुजरे हुऐ वक्त को भूलकर एक नए दिशा की ओर चल पड़ोगे। बस यही है एक सफलता के द्वार खोलने का तरीका चाहे कुछ भी हो बस हारना नही, थकना नही और कभी रुकना नही। जो हात में पड़े ओ कर लो, कुछ बड़ा या छोटा काम नही होता। क्यों कि जिंदगी जीना इतना आसान नही रहा अब करोगे तो खाओगे वरना भूखे मर जाओगे। 

ऐसीं ही रीत है जिंदगी की बस जीना सिखों, लड़ना सिखों मगर मरना, हारना और रोना छोड़ दो बाकी सब अपने आप ठीक हो जायेगा। तो दोस्तों येही मेरा कहना है आपको ज्यादा समय नही लूँगा आपका बस मेरी हर एक बात ध्यान में रखो और कुछ समस्याएं है तो मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखो। मैं आपका हमेशा ऐसा ही साथ देता रहूंगा और कोशिश करता रहूंगा की आप जीवन मे कभी निराश और दुःखी ना हो, हमेशा खुश रहो। सच का साथ और झूठ को लात दो। बुरे कर्म छोड़के अच्छे कर्म करते रहो अपने कर्तव्य को अच्छी तरह से निभाओ। आप अपना मत व्यक्त करते रहो ताकि मैं और अच्छी अच्छी बातें आपके लिए लाता रहु।
इस तरह आप अपने खामोशी और अकेलेपन को दूर कर सकते है।
        आपका सुभचिंतक - आनंद कदम 

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