नकाब - चेहरे के पीछे छुपा हुआ नकाब |Mask behind The Face..
नकाब क्या होता है ? नकाब किस तरह के होते है?
नकाब नाम सुनते ही आपके सामने एक नकाब पहने वाली तस्बीर खड़ी हो गई होंगी। नकाब यानी छुपे हुए असली चेहरे के आगे का नकली चेहरा। जब चेहरा छुपाना हो तो ये नकाब काम आता है। नकाब कई तरह के होते है। जो अक्सर इंसान को मूर्ख बना देते है या फिर अपने रूप से फसा देते है। नकाब वैसे ज्यादा हमने फिल्मो में देखे है। या फिर मैंने सुना है कुछ ऐसे देश है जहाँ अपनी पार्टियां नकाब पहनकर मानते है। क्या मतलब है इसका क्यों नकाब का इस्तेमाल करते है? क्या आवश्कता होती होंगी नकाब की ? यही सब आप यहाँ पे आज पढ़ने की कोशिश करेंगे आप जरा ध्यान देके पढ़ते रहो।
आज हम बात करेंगे नकाब पर, नकाब किस तरह के होते है ? मैं फिल्मो के नकाब की बात नही कर रहा हु, मैं अपने अस्सल जिंदगी के नकाबों के बारे में बात कर रहा हु। अपने रोज जीवन मे भी कई सारे नकाब होते है। या मानो की ऐसे कई तरह के लोग़ होते है जो अपने चेहरे पे नकाब पहनकर दुनिया को अक्सर उल्लू बना देते है। अब आपके ध्यान में आया होंगा की, मैं किस नकाब की बात कर रहा हूँ। तो दोस्तों, आप अपने आस-पास थोड़ा गौर करेंगे और थोड़ा अंदर जा के सोचेंगे तो आपको कई सारे तरह के नकाब दिखाई देंगे, यानी नकाब पहने वाले लोग दिखेंगे।अब नकाब पहनते क्यों है ? तो इसका जवाब ये है की, कुछ पाना है या कुछ हासिल करना है तो पहनते है। किसी को नीचा दिखाने के लिए भी पहनते है। किसी इंसान को अपना बनाने के लिए, या फिर किसी को प्यार में फंसा लेने के लिए पहनते है। अपना असली चेहरा चुपके उसके आगे नकली नकाब पहनकर इस काम को अंजाम देते है। लोंगो को लगता है कि ये तो अच्छा इंसान है मगर, उसके पीछे छुपी हुई उसकी नियत किसी को नही दिखती है। बड़े आसानी से हैम उसके जल में कब फस जाते है, पता ही नही चलता। जब ऐसा महसूस होता है कि अब हम पूरी तरह से इसमे फस गए तब लगता है कि, हमारे साथ धोखा हुआ है। मगर तब तक बहुत देर हो जाती है। हम पछताने अलावा कुछ नही कर सकते।
एक उदाहरण देता हूं, एक अमीर आदमी रहता है। बहुत अमीर यानी बाडा बिझनेस मैन रहता है। उसके पास बहुत पैसा, बंगले और कई तरह की गाड़ियां रहती है। उसके नसीब में सिर्फ एक ही लड़की रहती है। जो दिखने में बहुत सुंदर होती है। जो भी उसको एकबार देखे तो उसके प्यार में गिरे बिना रहता ही नही, ऐसी उसकी अदा थी। तो अचानक एक लड़के की नजर उसके ऊपर गई , उसने देखा कि कितनी प्यारी लड़की है। उसने ठान लिया कि उसको एक बार पटाना ही है। हालांकि उसके पास न घर था ना पैसा, बहुत गरीब था। मगर उसके हौसले देखो उसने उसको अपने वंश में करने के लिए खुदको बदल दिया, यानी अपने असली चेहरे पर नकली नकाब लगा लिया। उसका सिर्फ एक ही मकसद था और वो था उस अमीर बाप के लड़की को पटाना। उसने नकली नकाब लगा कर उसका पीछा करना चालू कर दिया और उसको वंश में करने के लिए नए नए हतकंडे अपनाने लगा। कुछ भी करने के लिए तयार था। आखिर में उसने उस लड़की को अपने वंश में कर ही लिया। मगर किस्मत बुरे लोगों की साथ नहीं देता। क्योंकि बुरा काम बुरा ही होता है, और उसके साथ बुरा ही होता है एक ना एक दिन। तो जब उस लड़की को पता चला कि इसके पास कुछ भी नही है ये सिर्फ पैसे और ऐसो आराम की ज़िंदगी चाहता था। तुरंत उसने उसको अपने जिंदगी से निकाल दिया। वो लड़का फिर जिंदगी में कभी आगे बढ़ नही पाया, जीवन कभी फिर से उठकर खड़ा हो नही पाया। उसकी जीवन को उसने खराब आदतों को लगा के खुद के जीवन को मानो नष्ट कर दीया था।मेरा कहने का मतलब यही है कि, कुछ पाने के लिए लोग नकाब का इस्तेमाल है। नकाब आखिर में क्या होता है ये सबको पता चल ही गया होंगा। चाहे आप कुछ भी करो मगर बुरा रास्ता कभी मत आज़माना क्योंकि बुरे का बुरा ही होता है। उस से अच्छा है आप सही और ईमानदारी का रास्ता चुने तो आपके लिए अच्छा साबित होंगा। अगर उस लड़के ने पहले ही सब बाता दिया होता तो उसके साथ ऐसा कभी नही होता। आज उसके साथ वो लड़की खड़ी होती, ऐसे उसको छोड़के नही जाती। तो आप भी कुछ पाना है या फिर हासिल करना है तो सही ढंग से करो, ईमानदारी का रास्ता अपनाओ भले ही वो कठिन क्यों ना हो, जीत सिर्फ आपकी होगी। इतना आसान नही है सचाई का रास्ता, बहुत मुश्किलें होंगी मगर कभी हार नही मनना और कभी हिम्मत मत हारना। हा थोड़ी बहुत देर लगेगीं मगर आप को कामयाब होने से कोई नही रोक सकता। कितना भी अच्छा नकाब क्यों ना पहनों एक दिन तुम्हारा नकाब तो बेनकाब होना ही है। " क्यों कि भगवान के घर में देर है अंधेर नही।" आप भी ऐसे नकाब वाले लोंगो से सावधान रहें, समय पे उनको पहचानें और उसके चंगुल से खुदको बचाओ। बहुत आसान तरीका है ऐसे लोगों को पहचानने का। मानलो आप हर रोज एक काम हमेशा करते हो जैसे आप हर रोज साईकल पर आते जाते हो, तो कुछ लोग आपको बोलेंगे की " क्या भाई आप तो साईकल पे जाते हो हररोज आपके पास पैसा नही क्या " या फिर आप अपना काम करते हो और कोई बोलता है कि " आप ये काम क्यों कर रहे हो मत करो" तो भाई आप नही करेंगे तो क्या वो बोलने वाला आके आपका काम करेगा। अपना काम अपने को ही करना है।
कुछ लोग मीठी- मीठी बातें करके आपको चढ़ाते रहते है। क्योंकि उनको आपसे कुछ ना कुछ चाहिए होता है। तो मेरा यही कहना है कि, आप पहले खुद को पहचानो और बाद में नकाब वाले लोगों को पहचानों ताकि आपको कभी मुश्किल का सामना न करना पड़े कभी अपने जिंदगी में। तो दोस्तों खुश रहो, मस्त रहो और जिंदगी के मज़े लो। जो है उसमें खुश रहो। अपना और अपनों का खयाल रखो। भगवान अपको हमेशा खुश रखे। अच्छा कर्म करो अच्छा इंसान बनो। और हा अपने आसपास के नकाब पहने वाले लोंगो से दूर रहो, उनको बेनकाब करने की कोशिश करते रहो।
लेख़क - आनंद कदम
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें